Stay on this page and when the timer ends, click 'Continue' to proceed.

Continue in 17 seconds

तीन बार दारोगा भर्ती परीक्षा में फेल, यूट्यूब से सिखी ट्रैफिक पोस्ट वाली ड्यूटी और वर्दी पहनकर बन गया इंस्पेक्टर

तीन बार दारोगा भर्ती परीक्षा में फेल, यूट्यूब से सिखी ट्रैफिक पोस्ट वाली ड्यूटी और वर्दी पहनकर बन गया इंस्पेक्टर

Source: Navbharat Times

दरभंगा: वर्दी और रौबदार चेहरा लेकर वो सड़क पर निकलता था। उसके बाद मुंह को मास्क से आधा ढंक लेता था। ट्रैफिक पोस्ट पर नो एंट्री वाले वाहनों को रोकता था। बिना हेलमेट वाली बाइक को रोकता था। उसके बाद उनसे थोड़ी देर बातचीत करता था। फिर पैसे लेता था। उन्हें छोड़ देता था। पुलिस की वर्दी पहनकर लगातार अवैध वसूली में जुटे एक युवक को दरभंगा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तार ट्रैफिक पुलिस के थानाध्यक्ष ने की है। उसके बाद जब फर्जी दारोगा से पूछताछ हुई, तब उसने एक चौंकाने वाली कहानी का खुलासा किया। पूरी कहानी आपको बताएंगे। पहले फर्जी दारोगा का परिचय जान लीजिए। गिरफ्तार फर्जी दारोगा की पहचान मनीगाछी थाना क्षेत्र के जगदीशपुर के रहने वाले अशोक कुमार साहू के रूप में हुई है।

आरोपी दरभंगा का रहने वाला

अशोक कुमार साहू ने गिरफ्तारी के बाद पुलिस को बताया कि वो पिछले आठ महीने से दोनार चौक, मिर्जापुर चौक पर वर्दी पहनकर वाहनों से वसूली करता था। ट्रैफिक पोस्ट पर मौजूद सिपाही उसे देखकर सलामी ठोकते थे। उसके बाद अलग हट जाते थे। इस दौरान आरोपी अपने मुंह से मास्क लगाए रहता था। लोगों को लगता था कि दारोगा रोजाना अपनी ड्यूटी पर आता है। काम खत्म करके चला जाता है। आरोपी ने बताया कि वो दारोगा के लिए काफी दिनों से तैयारी कर रहा है। उसे सफलता नहीं मिल रही थी। तीन बार उसने दारोगा भर्ती की परीक्षा भी दी। तीनों बार परीक्षा में उसे कम नंबर मिले। उसका सलेक्शन नहीं हो सका। सफलता नहीं मिलने पर उसके दिमाग में फर्जी दारोगा बनने की बात आई।

दरभंगा में ट्रैफिक पोस्ट पर वसूली करते फर्जी दारोगा गिरफ्तार, यूट्यूब से सीखी पुलिस की ड्यूटी

फर्जी दारोगा गिरफ्तार

उसके बाद उसने यूट्यूब पर सर्च किया। दारोगा गिरी की अलग तरकीब निकाली। उसने पुलिस को बताया कि वो नो एंट्री में प्रवेश करने वाले वाहनों और बिना हेलमेट के बाइक चलाने वालों को अपना शिकार बनाता था। इस तरह वो रोजाना ढाई से तीन हजार रुपये की कमाई करता था। फर्जी दारोगा की इस करतूत को जानने के बाद ट्रैफिक पुलिस और सभी सिपाही हैरान हैं। सिपाहियों को लग रहा है कि रोजाना उसे सलाम करते थे। वो उनका दारोगा और बड़ा बाबू नहीं है। इतना ही नहीं पुलिस को भी आठ महीने बाद पता चला कि ये दारोगा फर्जी है। इस बीच उसने हजारों वाहनों से पैसे वसूले। वो गाड़ी को रोकने के बाद सीधे सौदेबाजी करता था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ में कई नई बातों की जानकारी मिल रही है।

Bulandshahr News: यूपी पुलिस भर्ती की फर्जी आन्सर की बेचने वाले दो आरोपी गिरफ्तार, एक पीएसी का जवान निकला

पुलिस कर रही जांचवहीं इस मामले में सदर डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि शहर नगर थाना क्षेत्र के मिर्जापुर चौक पर नो एंट्री में घुसे वाहनों से एक फर्जी दारोगा पैसे की उगाही कर रहा है। तत्काल यातायात थानाध्यक्ष कुमार गौरव को भेजकर जांच करवाई तो वह दरोगा फर्जी पाया गया। जिसे गिरफ्तार कर लाया गया। पूछताछ में उसने बताया कि वह तीन बार दरोगा भर्ती परीक्षा दे चुका है जिस कारण वह दरोगा के बात करने और तौर-तरीके को जानता है। उसने उसका इस्तेमाल कर और यूट्यूब से कुछ देखकर वर्दी पहन ली। उसके बाद रौब झाड़ता है। सदर डीएसपी ने बताया कि उसके पास से कुछ कागजात भी बरामद हुए। उसके पास से बरामद मोबाइल की जांच भी की जा रही है।