IGIA की सुरक्षा में लगी सेंध, टर्मिनल के भीतर घूमता मिला शख्स, यहां हुई चूक
Source: News18 India
Delhi airport: इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का सिक्योरिटी सिस्टम कितना पुख्ता है, इस बात का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि कोई भी शख्स जब चाहता है और जैसे चाहता है, सुरक्षा में सेंध लगाकर निकल जाता है. घटना के बाद, संबंधित एजेंसियों के बड़े अधिकारी कार्रवाई के नाम पर बेबस मातहतों को निलंबित कर सिर्फ लकीर पीटते नजर आते हैं और हालात एक बार फिर जस के तस हो जाते हैं.
आईजीआई एयरपोर्ट पर एक बार फिर ऐसा ही कुछ हुआ है. एक शख्स एयरपोर्ट सिक्योरिटी का भविष्य कहे जाने वाले डिजी यात्रा के पूरे सिक्योरिटी सिस्टम को भेद कर टर्मिनल थ्री में दाखिल हो जाता है. गनीमत रही कि समय रहते सीआईएसएफ इंटेलीजेंस टीम के प्रोफाइलर्स की निगाह इस शख्स पर पड़ गई. जिसके बाद इस संदिग्ध शख्स को हिरासत में लेकर आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस के हवाले कर दिया गया.
वहीं आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने इस संदिग्ध शख्स की पहचान जोगेंद्र नाथ के रूप में की है. डायल सिक्योरिटी शिफ्ट इंचार्ज आईजे जेम्स की शिकायत के आधार पर आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने जोगेंद्र नाथ नामक इस शख्स के खिलाफ आईपीसी की धारा 447 (ट्रेसपास) के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस सहित संबंधित एजेंसियों की जांच जारी है.
यह भी पढ़ें: आखिरी दांव से पहले फोटो ने उगला राज, सामने आई भारत में घुसपैठ से लेकर पुणे में पनाह तक की कहानी, बेपर्दा हुए मददगार
कैसे पकड़ में आया यह शख्स
एयरपोर्ट सिक्योरिटी से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, टर्मिनल बिल्डिंग के भीतर की गतिविधियों पर निगाह रखने के लिए तैनात किए गए सीआईएसएफ इंटेलीजेंस प्रोफाइलर्स की निगाह संदिग्ध रूप से घूम रहे एक शख्स पर पड़ी. सीआईएसएफ प्रोफाइलर ने तत्काल इसकी जानकारी सिक्योरिटी कंट्रोल रूम में मौजूद सहकर्मियों से साझा किया और कैमरों के जरिए इस शख्स पर नजर रखने का अनुरोध किया.
जिसके बाद, सिक्योरिटी कंट्रोल रूम में मौजूद सीआईएसएफ कर्मियों ने पाया कि यह युवक कभी एक एयरलाइंस के काउंटर पर आ जाता है, कुछ देर वहां रुकने के बाद वह दूसरे काउंटर पर चला जाता था. यह शख्स एयरलाइंस काउंटर्स के पास खड़े होकर डिपार्चर इंट्री गेट पर खड़े सुरक्षाकर्मियों की गतिविधियों पर भी बारीक नजर रख रहा है. जिसके बाद, इस शख्स को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई.
यह भी पढ़ें: नापाक इरादों से भारत में की घुसपैठ, बैरा बन साजिश पर करता रहा काम, 5 साल बाद लगाया आखिरी दांव, और फिर
अपनी पत्नी की टिकट पर टर्मिनल बिल्डिंग पर हुआ दाखिल
पूछताछ के दौरान इस शख्स ने बताया कि उसकी पत्नी को एयर एशिया की फ्लाइट 15778 से भुवनेश्वर के लिए रवाना होना था. वह अपनी पत्नी को एयरपोर्ट सी-ऑफ करने आया था. एयरपोर्ट पहुंचने के बाद उसने देखा कि डिजी यात्रा की साइड यात्रियों पर नजर रखने के लिए कोई नहीं है, वहीं दूसरी तरफ मौजूद सीआईएसएफ कर्मी यात्रियों के दस्तावेजों को देखने में व्यस्त हैं.
चूंकि उसकी पत्नी ने डिजी यात्रा सिस्टम में इनरोल करा रखा था, लिहाजा उसने अपनी पत्नी को टर्मिनल के भीतर से सीऑफ करने का मन बना लिया. वह अपनी पत्नी के साथ गेट नंबर 1-बी पर पहुंचा. सबसे पहले उसकी पत्नी टर्मिनल बल्डिंग में दाखिल हुई. इसके बाद, वह अपनी पत्नी के बोर्डिंग पास को लेकर स्कैनर के सामने पहुंच गया. उसने जैसे ही स्कैनर पर बोर्डिंग कार्ड रखा, गेट खुल गया और वह भीतर चला गया.
यह भी पढ़ें: आतंकी हमलों से भी ज्यादा खतरनाक थे इनके इरादे, म्यांमार के रास्ते आया गोला-बारूद और ग्रेनेड लांचर, NIA का खुलासा
बार कोड और चेहरे को पढ़ने में फिर हुई डिजी यात्रा से चूक
लगातार यह दावा रहा है कि डिजी यात्रा सिक्योरिटी सिस्टम को इस तरह से प्रोग्राम किया गया है कि कोई भी अनधिकृत व्यक्ति टर्मिनल बिल्डिंग में प्रवेश नही कर पाएगा. इसके लिए गेट पर फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी से लैसे कैमरे लगाए गए हैं और बोर्डिंग पास के बार कोड को पढ़ने के लिए क्यूआर कोड स्कैनर लगाए गए हैं. दावा यह भी था एक बार क्यूआर कोड स्कैन हो जाने के बाद दोबारा वह स्कैन नहीं हो पाएगा.
लेकिन इस केस में सारे दावे खोखले साबित हुए. कैमरे न ही आरोपी शख्स का चेहरा पढ़ पाए और न ही क्यूआर कोड स्कैनर डुप्लीकेसी को पकड़ पाया. ऐसा नहीं है कि यह पहली बार हुआ है. इससे पहले भी एक शख्स डिजी यात्रा सिक्योरिटी सिस्टम में सेंध लगाकर न केवल टर्मिनल बिल्डिंग में दाखिल हो गया था, बल्कि वह एयरक्राफ्ट तक पहुंचने में भी कामयाब हो गया है. गनीमत रही कि एयरलाइंस स्टाफ की सूझबूझ से इस शख्स को पकड़ लिया गया.