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विभव ने बुरी तरह पीटा, किसी ने नहीं बचाया... जानिए स्वाति की FIR में किन बातों का जिक्र

विभव ने बुरी तरह पीटा, किसी ने नहीं बचाया... जानिए स्वाति की FIR में किन बातों का जिक्र

Source: Navbharat Times

नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से हुई बदसलूकी मामले ने तूल पकड़ ली है। स्वाति ने सीएम के निजी सचिव विभव कुमार पर मारपीट के गंभीर आरोप लगाए हैं। स्वाति की शिकायत पर सिविल लाइंस थाना पुलिस ने 16 मई को आईपीसी की धारा 308, 341, 354 बी, 506 और 509 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। एम्स में उनकी मेडिकल जांच भी कराई गई।

क्या हुआ था सीएम के घर?

स्वाति की शिकायत के मुताबिक, वो 13 मई को सुबह 9 बजे दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास पर स्थित कैंप कार्यालय पहुंची। उन्होंने सीएम के पीए विभव को फोन किया, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। वो सीएम हाउस के अंदर गईं और स्टाफ से सीएम को इसकी सूचना देने के लिए कहा। स्टाफ ने बताया कि सीएम घर पर हैं, आप ड्रॉइंग रूम में इंतजार करें। तभी विभव वहां पहुंचे और स्वाति के साथ बदतमीजी करने लगे। विभव ने मारपीट शुरू कर दी। स्वाति ने मदद के लिए आवाज लगाई लेकिन कोई नहीं आया। उन्होंने 112 पर पुलिस को सूचना दी। विभव ने स्वाति को धमकाया और वहां से चले गए।

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FIR में क्या आरोप लगाए?

स्वाति द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के अनुसार, मालीवाल ने आरोप लगाया है कि वह केजरीवाल से मिलने के लिए उनके आवास पर इंतजार कर रही थीं, तभी विभव उनके पास आए और बिना उकसावे के उन पर हमला करना शुरू कर दिया। मालीवाल ने दावा किया, 'उसने मुझे कम से कम 7-8 बार थप्पड़ मारे, जबकि मैं चिल्लाती रही। मैंने खुद को बचाने के लिए उसे धक्का दिया। उस समय वह मुझ पर झपटा, मुझे बेरहमी से घसीटा और जानबूझकर मेरी शर्ट ऊपर खींची। जब विभव पीट रहा था, तब मैंने उसे बताया कि मेरे पीरियड्स चल रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी वो नहीं रुका। विभव ने मुझ पर हमला किया और अपने पैरों से मेरी छाती, पेट और कोख पर लगातार लात-घूंसे बरसाए। मुझे बहुत दर्द हो रहा था और मैं उसे रुकने के लिए कहती रही।'

'मुझे बुरी तरह पीटा गया'

एफआईआर में स्वाति ने दावा किया कि हमले के बाद मालीवाल ने घटना की सूचना देने के लिए 112 नंबर पर फोन किया। तब कुमार को ये एहसास हुआ कि मैंने 112 नंबर डायल कर दिया है, तो वो वहां से चला गया। इसके बाद विभव, मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय के मुख्य गेट की सुरक्षा करने वाले कर्मचारियों के साथ वापस आया। वो लोग आए और विभव के कहने पर मुझे जाने के लिए बोले। मैं उनसे कहती रही कि मुझे बहुत बुरी तरह पीटा गया है और उन्हें मेरी हालत देखनी चाहिए और पीसीआर पुलिस के आने तक इंतजार करना चाहिए। लेकिन, उन्होंने मुझे वहां से जाने के लिए कहा। मालीवाल ने बताया, 'मुझे मुख्यमंत्री आवास के बाहर ले जाया गया और मैं बहुत दर्द में होने के कारण बाहर जमीन पर थोड़ी देर बैठी रही।' उन्होंने आगे बताया, पीसीआर पुलिस आई लेकिन मैं पूरी तरह से सदमे में थी और सिविल लाइंस स्थित अपने पिछले आवास की तरफ चलकर वहां से चली गई।

शुक्रवार को स्वाति मालीवाल ने दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में भी बयान दर्ज कराया। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है कि विभव कुमार उन्हें बुरी तरह पीटते रहे, वो मदद की गुहार लगाती रहीं, लेकिन कोई बचाने के लिए नहीं आया।