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गौतम अडानी की झोली में गिरेंगे तीन और प्रोजेक्ट! कुल 20 कंपनियां हैं खरीदने की होड़ में

गौतम अडानी की झोली में गिरेंगे तीन और प्रोजेक्ट! कुल 20 कंपनियां हैं खरीदने की होड़ में

Source: Navbharat Times

नई दिल्ली: अडानी ग्रुप (Adani Group) की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) समेत 20 कंपनियों ने आईएलएंडएफएस (IL&FS) के तीन रोड एसेट्स में दिलचस्पी दिखाई है। अडानी के अलावा इनमें एडलवाइस फंड, ओरिएंटल स्ट्रक्चरल इंजीनियर्स, जीआर इंफ्रास्ट्रक्चर और कल्याण टोल भी शामिल हैं। इन कंपनियों ने आईएलएंडएफएस की तीन सड़क परिसंपत्तियों झारखंड इन्फ्रास्ट्रक्चर इम्प्लीमेंटेशन (JIICL), झारखंड रोड प्रोजेक्ट्स इम्प्लीमेंटेशन (JRPICL) और बालेश्वर खड़गपुर एक्सप्रेसवे (BKEL) को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। एक सूत्र ने बताया कि कॉरपोरेट घरानों, बुनियादी ढांचा और सड़क निर्माण कंपनियों, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) और फंड्स ने इन एसेट्स को व्यक्तिगत रूप से, संयुक्त रूप से या दोनों तरह से खरीदने में रुचि दिखाई है।सूत्र ने बताया कि IL&FS ने इन एसेट्स में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने के लिए समाधान प्रक्रिया के तहत रुचि पत्र (EOI) आमंत्रित किए थे। तीनों एसेट्स पर कुल 3,000 करोड़ रुपये का कर्ज है और IL&FS को इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही तक बाध्यकारी बोलियां मिलने की उम्मीद है। एडलवाइस इन्फ्रास्ट्रक्चर यील्ड प्लस फंड के तहत हाइवे प्लेटफॉर्म एडलवाइसेज सेकुरा रोड्स ने अपना ईओआई जमा कर दिया है। एडलवाइस ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। अडानी, ओरिएंटल स्ट्रक्चरल और जीआर इन्फ्रास्ट्रक्चर ने तत्काल कोई जवाब नहीं दिया। कल्याण टोल से टिप्पणी के लिए तुरंत संपर्क नहीं किया जा सका।

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क्यों बेचने पड़ रहे हैं प्रोजेक्ट

आईएलएंडएफएस ने इन एसेट्स को बुनियादी ढांचा निवेश ट्रस्ट (InvIT) को ट्रांसफर करने की योजना बनाई थी लेकिन कंपनी को इसके लिए जरूरी मंजूरी नहीं मिली। इसके बाद कंपनी ने इन तीनों सड़क परियोजनाओं में अपनी हिस्सेदारी को समाधान प्रक्रिया के तहत बेचने का निर्णय लिया। आईएलएंडएफएस के प्रवक्ता ने कहा, 'हमें जेआईआईसीएल, जेआरपीसीएल और बीकेईएल में आईएलएंडएफएस की हिस्सेदारी के मॉनिटाइजेशन के लिए उत्साहजनक प्रतिक्रियाएं मिली हैं। कई कंपनियों ने इन तीन परिसंपत्तियों में से एक या अधिक को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। पूरी प्रक्रिया इस वित्त वर्ष या अगली कुछ तिमाहियों तक पूरी होने की उम्मीद है।'

आईटीएनएल (आईएलएंडएफएस की एक सहायक कंपनी) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बीकेईएल, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) से टोल रियायत के तहत ओडिशा और पश्चिम बंगाल में 477 लेन किलोमीटर राजमार्ग का संचालन और प्रबंधन करती है। जेआईआईसीएल भी आईटीएनएल की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। यह झारखंड सरकार से वार्षिक रियायत के तहत झारखंड में रांची रिंग रोड के सेक्शन VII के 160 लेन किलोमीटर को मैनेज करती है। इसी तरह जेआरपीआईसीएल झारखंड त्वरित विकास कार्यक्रम के तहत पांच अलग-अलग हिस्सों में 664 लेन किलोमीटर की सड़कों का प्रबंधन और संचालन करती है।